रेंटल कार सर्विस देनेवाली कंपनी Ola ने जब इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में उतरने का ऐलान किया तो सब चौंक पड़े. उसके बाद जब उसने दस बेहद आकर्षक रंगों में स्कूटर्स को पेश किया तभी तय हो गया था कि तैयारी काफी तगड़ी है. साफ है इस तरह के लिए प्रोडक्शन बैक अप बहुत मजबूत होना जरूरी था. और Ola ने वो तैयारी पहले से कर रखी थी. ओला की ये फैक्ट्री सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर प्रोडक्शन यूनिट मानी जा रही है. बता दें कि बीते साल Ola ने तमिलनाडु के पोचमपल्ली के कृष्णागिरि में प्रोडक्शन यूनिट लगाने की घोषणा की. इसके लिए 2400 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट किए जाने की तैयारी दिखाई गई. और एलान के मुताबिक ही ये दुनिया की सबसे बड़ी स्कूटर प्रोडक्शन यूनिट बन कर तैयार हो चुकी है.
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500 एकड़ का सबसे विशाल परिसर
500 एकड़ के विशाल परिसर में फैली ये फैक्ट्री एक साल में 10 मिलियन युनिट्स यानी हर साल 1 करोड़ यूनिट्स का प्रोडक्शन इस फैक्ट्री में हो सकेगा.इस फैक्ट्री में प्रोडक्शन के लिए इंटीग्रेटेड फैसिलिटीज़ हैं जहां मैन्युफैक्चरिंग, बैटरीज़ और सप्लाई पार्क के करीब 90% कार्यों को पास में ही लोकलाज्ड किया गया है.
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सबसे बड़ा मेगा ब्लॉक
इस 500 एकड़ के कुल परिसर में से अकेले 43 एकड़ में प्रोडक्शन यूनिट का मेगा ब्लॉक बनाया गया है. ये मेगा ब्लॉक भी अपने आप में सबसे बड़ा माना जा रहा है. कंपनी की ओर से दिए गए तुलना में बताया गया है 20 एकड़ दिल्ली एयरपोर्ट का T3 टर्मिनल 20 एकड़ का है, मुंबई का T2 टर्मिनल 24 एकड़ का है, इसी तरह बैंगलुरु का टर्मिनल 26 एकड़ में बना है. अब इससे ही अंदाजा लगा सकते हैं कि Ola का मेगा ब्लॉक जो 43 एकड़ में तैयार किया गया है वह कितना विशाल होगा.
प्रोडक्शन प्रोसेस को ऑप्टिमाइज करने के लिए फैक्ट्री में 3000 से ज्यादा AI(Automated Intelligence) ड्रिवन रोबोट्स की मदद ली जाती है. ये कई चरणों में प्रोडक्शन का काम देखते हैं.
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2 सेकेंड में एक स्कूटर तैयार
एक स्कूटर बनाने के लिए 2 सेकेंड का एवरेज टाइम लगता है. प्रोडक्शन को गति देने के लिए 10 प्रोडक्शन लाइन बनाई गई है. यहां जंग रहित पेंट शॉप भी है. एंड-टू-एंड ऑटोमेटेड कंवेयर मूवमेंट, वेल्डिंग शॉप भी है जो प्रोडक्शन के हर लेवल में ऑटोमेटेड तैयर पर काम करते हैं.
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